*B B C टाइम्स इन* रतलाम 09 नवंबर जिले के सैलाना में हुए तिहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी मृतक लक्ष्ण का चाचा ही निकला। उसने पांच अन्य लोगों के साथ मिल कर अपने ही भतीजे और दो नाबालिग पोतों को मौत के घाट उतार दिया। पानी के बंटवारे को लेकर हत्या करने के बाद आरोपियों ने तीनों शव उसी कुएं में फेंक दिए और पानी की मोटर के साथ बांध दिए।पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जिले के सैलाना स्थित ग्राम देवरुंडा में एक दिन पूर्व 35 वर्षीय युवक और उसके दो बच्चों की नृशंस हत्या हो गई थी। हत्याकांड का खुलासा मंगलवार को एसपी गौरव तिवारी ने पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में किया। एसपी तिवारी ने बताया मृतक लक्ष्मण भाभर के चाचा पूंजा उर्फ पूनमचंद, खेत की पड़ोसी रूपली खराड़ी सहित उसके बेटे पीरू और दिलीप खराड़ी, कमलेश एवं फुलजी गामड़ ने मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया।
आरोपियों ने पहले लक्ष्मण को लाठियों से पीटा। जब वह बेहोश हो गया तो उसके हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए। इसके बाद लक्ष्मण के बेटों विशाल (12) एवं पुष्कर (8) को भी पानी की मोटर से बांधकर कुएं में फेंक दिया। पानी होने से तीनों की मौत हो गई। दोनों बच्चे रविवार दोपहर खेत पर अपने पिता लक्ष्मण का काम में हाथ बटाने आए थे। जहां आरोपियों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया। मामले में मुख्य आरोपी पुंजा और एक महिला सहित सभी 6 आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसपी तिवारी के अऩुसार लक्ष्मण भाभर का देवरुन्डा स्थित खेती की जमीन व कुएं से खेत में पानी पिलाने की बात को लेकर काका पूनमचंद उर्फ पुंजा भाभर एवं पड़ोसी रूपली खराड़ी, दिलीप उर्फ दीपू उर्फ दूलसिंह खराड़ी, फूलजी गामड़, कमलेश उर्फ कमल गामड़ से विवाद था। इन सभी ने लक्ष्मण से कुएं में मोटर डालने की बात को लेकर धन तेरस के दिन भी विवाद किया था। इसके बाद रविवार को लक्ष्मण और उसके दोनों बेटे घर नहीं पहुंच। लक्ष्मण की पत्नी बसंती बाई भाभर और परिजन तीनों को ढूंढते हुए खेत पहुंचे तो वहां खराब होने पर रविवार सुबह कुएं से निकाली गई मोटर नहीं मिली। शंका पर कुएं में झांका तो कुछ संदिग्ध नजर आया। कुएं की तलाशी में तीनों के शव कुएं के अंदर मोटर से बंधे मिले थे। मामले में पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।
इन्होंने दिया वारादात को अंजाम, हो गए गिरफ्तार
- पुंजाउर्फ पूनमचंद पिता नागू जी भाभर निवासी नयाटापरा थाना सैलाना।
- रूपली पति रूपा खराड़ी निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना।
- पीरू पिता रूपा खराड़ी निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना।
- दिलीप उर्फ दीपू उर्फ दूलसिंह पिता रूपा खराड़ी निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना।
- फूल जी पिता नान जी गामड निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना।
- कमलेश उर्फ कमल पिता फूलजी गामड़ निवासी देवरूण्डा थाना सैलाना।
आपराधिक रिकॉर्ड भी
आरोपी पुंजा उर्फ पूनमचंद पिता नागूजी भाभर, निवासी नयाटापरा थाना सैलाना के विरुद्ध वर्ष 2019 मे हत्या के प्रयास का प्रकरण पंजीबद्ध है।
आरोपी फूलजी पिता नानजी गामड़ निवासी देवरूण्डायथाना सैलाना मे पंजीबद्ध गुंडा है। इसके विरुद्ध थाना सैलाना में मारपीट व अन्य धाराओं में 8 अपराध पंजीबद्ध हैं।
मृतक लक्ष्ण के भाई जगदीश का आरोप है कि मामले में पुलिस ने लापरवाही बरती। इस कारण उसके भाई और भतीजे की जान चली गई। जगदीश ने आरोप लगाया था कि कुछ दिन पहले उसका भाई सैलाना थाने गया था और अनहोनी की आशंका जताई थी। तब उसे वहां से यह कह कर भगा दिया गया था कि जब कोई बड़ी घटना हो तब आना। पुलिस यदि समय रहते ही शिकायत को गंभीरता से लेती तो इतना बड़ा हत्याकांड नहीं होता।
घटना के खुलासे मे FSL अधिकारी अतुल मित्तल, थाना प्रभारी सैलाना निरीक्षक एस. एम. सेंगर, उप निरीक्षक ध्यानसिंह सोलंकी, उप निरीक्षक के. एल. दायमा, ASI मुकुटसिंह यादव, प्र. आर. हेमंत जाट, आर. दिलीप, आर. सतीश, आर. अनिल डोडियार।