Sat. Jun 21st, 2025

BBC टाइम्स इन उज्जैन 06 अक्टूबर 2021

उज्जैन।महाकाल मन्दिर मे अधिकारी एवं कर्मचारी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए लापरवाही करते हुए नजर आ रहे हैं। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के आला अधिकारी जवाब पूछने पर एक दूसरे के ऊपर ढोलते नजर आ रहे हैं। मामला 2 दिन पहले का है। जब उमासांझी महोत्सव के दौरान महाकाल मंदिर मैं स्थित कुंड मैं एक पंचर नाव मे उमासांझी जटाशंकर की विशाल प्रतिमा सजाई गई थी। नाव का आगे का मुंह पंचर होने से रात 2:00 बजे कुंड में सजी नाव मे पानी भर जाने के कारण पलट गई। मंदिर के पुजारी गणों ने काफी मशक्कत की परंतु नाव एवं जटाशंकर मूर्ति बाहर नहीं निकाल पाए उसी दौरान झांकी सजाने वाले हेमराज कहार को सुबह 6:00 बजे तत्काल बुलाया गया एवं नाव व जटाशंकर मूर्ति को काफी मशक्कत के बाद निकाला गया।

इस बड़ी लापरवाही को छुपाने के लिए कुछ ही घंटों में मूर्ति मुकुट को निकाल लिया गया इस घटना को लेकर जब मीडिया कर्मियों ने मंदिर प्रबंध अधिकारी मूलचंद जोनवाल से बात की तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए आर के तिवारी का नाम लिया जब आर के तिवारी से बात की गई, की इस प्रकार की लापरवाही क्यों हुई तो अधिकारियोंने सांठगांठ कर बात को गोल मोल कर दी। इस प्रकार की बड़ी लापरवाही से कहीं ना कहीं महाकाल मंदिर प्रशासनिक अधिकारियों की डील पोल नजर आ रही है। जो अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं

error: Content is protected !!