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एक मोटर साइकिल हुई क्षतिग्रस्त

*B B C टाइम्स इन* रतलाम,03 अक्टूबर वर्षा पूर्व नगर निगम द्वारा जर्जर भवनों की पहचान कर उन्हे गिराने के लिए नोटिस जारी करने की व्यवस्था समाप्त सी हो गई है। इसी का नतीजा है कि शहर में बडी संख्या में जर्जर भवन मौजूद है जो कि कभी भी किसी बडे हादसे का कारण बन सकते है। रविवार को भी थावरिया क्षेत्र में जर्जर हो चुका एक चार मंजिला मकान अचानक भरभराकर ढह गया। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। मकान गिरने से एक मोटर साइकिल क्षतिग्रस्त हुई जबकि विद्युत लाइने भी टूट गई।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार,रविवार शाम को थावरिया बाजार में स्थित जर्जर हो चुका चार मंजिला भवन अचानक भरभरा कर गिर गया। सुखद संयोग यह रहा कि इस भवन में किराये से रहने वाली कुछ छात्राओं ने दो दिन पूर्व ही इस मकान को खाली किया था। वरना बडा हादसा होना तय था। रविवार होने की वजह से सडक़ पर आवाजाही भी अत्यन्त कम थी,इसलिए भी इस भवन के गिरने से कोई जनहानि नहीं हुई। उक्त भवन थावरिया रोड पर संत मीरा स्कूल के पास ही स्थित था,लेकिन रविवार होने से आज स्कूल में भी अवकाश वरना स्कूली बच्चो को भी नुकसान हो सकता था।

क्षेत्रवासियों से मिली जानकारी के अनुसार,आसपास के लोग कई बार मकान मालिक को जर्जर भवन गिराने को कहते थे। शहर में लगातार हो रही बारिश के चलते पहले से जर्जर यह मकान आखिरकार आज ढह गया। मकान गिरने की सूचना मिलने पर पुलिसकर्मी भी वहां पंहुच गए थे। चार मंजिला भवन गिरने से जोरदार आवाज हुई,जिससे मौके पर लोगों की भीड एकत्रित हो गई। भवन के गिरने से सडक़ पर खडी एक मोटर साइकिल भी क्षतिग्रस्त हो गई,जबकि विद्युत लाइन भी टूट गई।

इस बार शहर में अब तक औसत से कहीं ज्यादा 47 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है। कई बार बेहद तेज बारिश हुई है। ऐसी स्थिति में वर्षाजनित हादसों की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। नगर निगम द्वारा प्रतिवर्ष वर्षा पूर्व शहर के खतरनाक स्थिति में पंहुच चुके भवनों का सर्वे कर उन्हे खतरनाक घोषित किया जाता है और भïवन स्वामियों को भवन गिराने के लिए नोटिस भी दिए जाते है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। जबकि कुछ ही वर्षों पहले शहर में बारिश के दौरान एक मकान गिरने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत भी हो चुकी है। बारिश अब भी जारी है। ऐसे में नगर निगम को सक्रियता दिखाते हुए जर्जर और खतरनाक हो चुके भवनों को गिराने की कार्यवाही युद्धस्तर पर करना चाहिए।

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