*तुषार शर्मा की रिपोर्ट*
*B B C टाइम्स इन* भोपाल/उज्जैन 29 अगस्त उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को विक्रम विश्वविद्यालय के शलाका दीर्घा में मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में नवीन शैक्षणिक सत्र भौतिक रूप से 15 सितम्बर से शुरू हो जाएगा। 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ कक्षाओं का संचालन शुरू होगा। संस्थानों द्वारा ऑफलाइन एवं ऑनलाइन कक्षाओं के लिये अलग-अलग समय-सारिणी तैयार की जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि- विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में छात्रावास भी प्रारम्भ किये जायेंगे। छात्र-छात्राओं की आवासीय व्यवस्था संस्था प्रमुख द्वारा कोविड-19 के निर्देशों के परिपालन में सुनिश्चित की जायेगी। छात्रावास अधीक्षक को छात्रावासों में भोजन व्यवस्था के लिये कोविड-19 के परिपालन में स्वच्छता एवं शारीरिक दूरी का पालन कराना होगा। विद्यार्थियों के अध्ययन के लिये ग्रंथालय भी आरम्भ होंगे।
डॉ. यादव के अनुसार 15 सितंबर से शुरू हो रहे शिक्षण सत्र के लिए विद्यार्थियों तथा विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के समस्त शैक्षणिक स्टाफ के लिये वैक्सीनेशन अनिवार्य होगा। विश्वविद्यालय स्तर पर कुलसचिव तथा महाविद्यालय स्तर पर सम्बन्धित क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक द्वारा निरन्तर मॉनीटरिंग की जायेगी और इसका प्रतिवेदन प्रत्येक सोमवार को आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग को प्रेषित किया जायेगा। विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में कोविड-19 के सन्दर्भ में केन्द्र शासन, राज्य शासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने हेतु भी सम्बन्धितों को कहा गया है।
मंत्री डॉ. यादव ने कहा प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के साथ एक नई शुरुआत हो रही है। प्रदेश में अब परंपरागत विश्वविद्यालयों में कृषि, हॉर्टिकल्चर जैसे संकाय प्रारंभ होने से उच्च शिक्षा में एक नया आयाम जुड़ गया है। इन विश्वविद्यालयों में कृषि-हॉर्टिकल्चर, फॉरेस्ट्री जैसे मूलभूत पाठ्यक्रमों को एक विषय के रूप में पढ़ाया जाएगा। इससे अंतर्विषयक ज्ञान को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीण पृष्ठभूमि के विद्यार्थी भी इस ओर आकर्षित होंगे। लंबे प्रयासों के बाद परंपरागत विश्वविद्यालयों में कृषि संकाय प्रारंभ किए जा रहे हैं। अभी तक सरकारी कृषि महाविद्यालय और कृषि विश्वविद्यालय में ही कृषि, हॉर्टिकल्चर से संबंधित पढ़ाई होती रही है।
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय इस वर्ष से कृषि संकाय अंतर्गत बीएससी (ऑनर्स) एग्रीकल्चर, बीएससी (ऑनर्स) हॉर्टिकल्चर, बीएससी (ऑनर्स) फॉरेस्ट्री, एमएससी एग्रीकल्चर, एमएससी हॉर्टिकल्चर और एमएससी फॉरेस्ट्री के पाठ्यक्रम प्रारंभ कर रहा है। इससे संबंधित अध्यादेश परिनियम राज्यपाल मंगुभाई पटेल की अध्यक्षता में समन्वय समिति ने पारित किए हैं। इन प्रावधानों को सभी परंपरागत विश्वविद्यालयों में समान रूप से लागू किया जा रहा है। अब पारंपरिक विश्वविद्यालय अपने यहाँ कृषि, हॉर्टिकल्चर से संबंधित पाठ्यक्रम प्रारंभ कर सकते हैं। विक्रम विश्वविद्यालय में कृषि से संबंधित महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जा रहे हैं।
पत्रकार वार्ता के दौरान कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय, कुलसचिव प्रो.प्रशांत पौराणिक सहित प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन प्रो.शैलेंद्र कुमार शर्मा ने किया। अन्त में आभार कुलपति प्रो.पाण्डेय ने माना।