*B B C टाइम्स इन* रतलाम 26 फरवरी । मन, वाणी, कर्म, शरीर, हृदय, चित्त, समाज, परिवार, संस्कृति और व्यवहार से लेकर धर्म और विज्ञान तक में स्वच्छता का विशेष महत्व है। या कहें, बिना स्वच्छता के जीवन, परिवार, समाज, संस्कृति, शहर और चेतना के उच्च आदर्श को प्राप्त करने के लिए स्वच्छता प्रथम सोपान है। स्वच्छता विकास का बड़ा पैमाना है। इस कार्य में जब तक शहर के हर हाथ से सहयोग नही मिलेगा तब तक हम हमारे शहर को स्वच्छता की दौड़ में देश में अव्वल नही ला पाएगे। इसलिए स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में हर कोई बढ़ चढ़ कर अपनी हिस्सेदारी निभाए।
नगर निगम आयुक्त श्री सोमनाथ झारिया के निर्देश और स्वास्थ्य अधिकारी श्री ए.पी.सिंह के निर्देशन में सफाई मित्र समूह के सदस्यों ने गुरुवार को शहर के आधा दर्जन से अधिक कचरामुक्त स्थानों रांगोली का निर्माण कर क्षेत्रीय रहवासियों को स्वच्छता का संकल्प दिलाया है।
इस मौके पर समूह के सदस्यों ने नागरिकों को समझाया कि विकास का मतलब अच्छा भोजन, अच्छा पानी, अच्छा वाहन और अच्छा घर ही माना जाता है। विकास का मतलब स्वच्छता, कर्तव्यों का पालन और सहयोग की भावना नहीं स्वीकार किया गया। अच्छी सडकें तो सभी चाहते हैं लेकिन उसकी साफ-सफाई का दायित्व कभी स्वयं पर नहीं डालना चाहते। सडकों पर गंदगी करना जैसे हमारा पुनीत कर्तव्य बन गया है। इसी तरह छोटे मार्गों, गलियों, पार्कों, सार्वजनिक स्थानों और अन्य उपयोगी स्थानों को हम गंदा करके उसे साफ करना नहीं सीखा। यही कारण है कि शहरों में नई-नई बीमारियां रोजाना पैदा हो रही हैं। एक आंकड़े के मुताबिक यदि शहर की सडकें, छोटे मार्ग, गलियां, खेल के मैदान, पार्क, और अन्य सार्वजनिक स्थानों को स्वच्छ बना दिया जाए तो होने वाली बीमारियां एक चौथाई से भी कम रह जाएंगी।
नगर निगम की सहयोगी संस्था सफाई मित्र समूह के सदस्यों ने इस मौके पर स्वच्छ सर्वेक्षण की फीटबैक के पेम्पलेट और स्टीगर का वितरण कर नागरिकों से सफाई कार्य में सहयोग की अपील भी की गई। यहां बच्चों और महिलाओं की मौजूदगी भी रांगोली, निबंध और मेंहदी आदि प्रतियोगिताएं भी आयोजित कर इनके बेहतर प्रदर्शन पर मौके पर ही इन्हे प्रमाणपत्र व बालपेन आदि देकर सम्मानित भी किया गया।