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*B B C टाइम्स इन* इंदौर -दिनांक 18 दिसंबर 2020- थाना एरोड्रम पर कल दिनांक 17 दिसंबर को सूचना प्राप्त हुई थी कि रुकमणी नगर में एक घर में दंपत्ति की नृसन्स हत्या कर दी गई है तथा ताला बाहर से लगा हुआ है। घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल थाना प्रभारी सीएसपी एडिशनल एसपी, एसपी तथा डीआईजी इंदौर शहर घटनास्थल पर पहुंच घटनास्थल का मुआयना किया गया। घटना सनसनीखेज गंभीर तथा अज्ञात अंधे कत्ल की थी यह पुलिस के लिए अत्याधिक चुनौतीपूर्ण घटना थी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक इंदौर जोन श्री योगेश देशमुख द्वारा त्वरित कार्रवाई हेतु निर्देश दिए गए। उसके परिपालन में डीआईजी इंदौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र तथा पुलिस अधीक्षक श्री विजय खत्री द्वारा अति पुलिस अधीक्षक पश्चिम जोन- 2 डॉ प्रशांत चौबे, नगर पुलिस अधीक्षक मल्हारगंज श्री जयंत राठौर तथा थाना प्रभारी श्री राहुल शर्मा के नेतृत्व में प्रथक प्रथक प्रथक टीमें गठित कर उन्हें योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

उक्त टीमों के द्वारा घटना के संबंध में विभिन्न प्रकार की पूछताछ, तकनीकी सर्विलांस तथा सीसीटीवी फुटेज आदि के विश्लेषण करना प्रारंभ किया गया। सतत् प्रयास के दौरान लगभग 50 से अधिक साथियों से पूछताछ की गई वही करीब 200 कैमरों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए इसी प्रकार तकनीकी टीम द्वारा बड़ी मात्रा में डाटा का विश्लेषण अध्ययन किया गया जिसके परिणाम स्वरूप मात्र 12 घंटे में ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए।

घटना के संबंध में खुलासा होने पर यह ज्ञात हुआ कि मृतक पति-पत्नी तथा उनका बेटा और उनकी एक बेटी साथ में रहते थे तथा बगल के घर में उक्त दंपत्ति के माता-पिता निवास करते थे। घटना दिनांक को मृतक दंपत्ति का बेटा उनके माता-पिता यानि अपने दादा-दादी के साथ था तथा बेटी और दंपत्ति घर में सोए हुए थे। घटना के बाद से दंपत्ति की नाबालिग बेटी फरार थी तथा घटना के समय आवाजें आने पर उसके संदिग्ध आचरण की सूचना आसपास के लोगों द्वारा दी गई थी विभिन्न सर्विलांस के आधार पर ज्ञात हुआ कि उक्त नाबालिक लड़की का धनंजय यादव उर्फ डीजे निवासी महावीर मार्ग गांधीनगर से संपर्क था तथा इसी बात को लेकर पूर्व में विवाद आदि भी हुए थे। घटना के बाद से उक्त धनंजय यादव भी फरार हो गया था लगातार साक्षी विश्लेषण पर घटना का पता चला की उक्त नाबालिक लड़की एवं धनंजय यादव ने आपस में पूर्व योजना बनाकर उक्त हत्या को अंजाम दिया गया है। घटना का कारण घर में रखे रुपए आदि लूटना तथा उनको रोक-टोक करने से रंजिश का बदला लेना था।
घटना में अपने गंभीर कृत्य के प्रति सहानुभूति के लिए उक्त नाबालिक बच्ची के द्वारा एक नोट भी लिखा गया, जिसमें उसने सरासर फर्जी आरोप अपने पिता पर लगाना उसके द्वारा स्वयं स्वीकार किया गया है।

घटना के संबंध में पूर्ण पता रसी करने पर ज्ञात हुआ कि आरोपियों द्वारा पूर्ण तैयारी करके एक बड़ा बकानुमा चाकू तथा एक दरातां लाकर प्रातः 4:00 बजे जैसे ही लड़की ने दरवाजा खोला और आरोपी धनंजय घर में प्रवेश हुआ । योजनाबद्ध तरीके से पहले आरक्षक की पत्नी पर वार किया गया, उसके पश्चात आरक्षक की हत्या की गई। हत्या उपरांत उन्होंने घर से अलमारी में रखे हुए लगभग 1,19,000/- रुपय लेकर यहां वहां होते-होते मंदसौर तरफ भागे तथा आगे राजस्थान जाकर रहने का इरादा था, लेकिन पुलिस की नाकाबंदी चेकिंग के कारण डर के कारण नहीं जा पाए और पुलिस के द्वारा त्वरित कार्यवाही घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिए गए।
दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ घटना में प्रयुक्त हथियार, रुपए तथा बाइक आदि बरामद कर जप्त कर ली गई है।

उक्त सनसनीखेज घटनाक्रम पर त्वरित कार्यवाही करने वाली टीम को पुलिस उपमहानिरीक्षक इंदौर शहर द्वारा 20 हजार रुपए के नगर पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।

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